गोल्ड सिटी सागवाडा में अब गोल चौराह को गोल्डन रंग में निखारा स्वरुप, नगर पालिका अध्यक्ष के नवाचार को शहरवासियों ने सराहा
—शहर में सोने की सबसे ज्यादा बिक्री के कारण गोल्डन रंग का महत्व सबसे ज्यादा
सागवाडा।नगर पालिका अध्यक्ष आशीष गांधी ने हाल ही में शहर के प्रमुख गोल चौराहे को गोल्डन लुक देकर सागवाड़ा की असली पहचान को एक नया आयाम दिया है। अब यह गोल्डन चौराहा न सिर्फ़ शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है, बल्कि सागवाड़ा की “ गोल्डन नगरी” की छवि को भी और मज़बूती से सामने ला रहा है।
सागवाडा शहर की पहचान सोने के जेवरात बेचने के लिए होती है। यहां पर सोने के जेवरात खरीदने के लिए उदयपुर, सिरोही, सलूम्बर, प्रतापगढ़ डूंगरपुर, बांसवाड़ा, और गुजरात, मध्यप्रदेश से लोग आते है। ऐसे में शहर का सबसे पुराना गोल चौराह को गोल्डन रंग में सजाकर नया स्वरुप दिया गया।
इस गोल चौराह पर लम्बे समय से बिजली के पोल और तारों से घेरा रहता था। इसको पूर्व में हटाकर लाल रंग के पत्थर से तैयार किया था। अब वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष आशिष गांधी ने उसे गोल्डन रंग में तैयार किया है। जिससे इसकी पहचान सोने की नगरी के रुप में हो सके।
नगर पालिका अध्यक्ष की इसी पहल का शहर के लोगों ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि शहर में आने वाले पर्यटक और अन्य जिले के लोगों को गोल्डन रंग देखने के बाद उत्सकुता होगी। ऐसे में शहर में गोल चौराह पर गोल्डन रंग के साथ प्रतिकात्मक कोई वस्तु लगे तो सागवाडा गोल्डन सिटी के रुप में पूरे संभाग में अपनी पहचान कर सकता है।