– जनजाति सुरक्षा मंच की प्रेस वार्ता में कहां धर्मांतरण के बाद जो अपनी संस्कृति व परम्परा से कट कर विदेशी संस्कृति को अपना लेते है ऐसे में उन्हें आरक्षण का लाभ नही मिलना चाहिये
सागवाडा। स्व. कार्तिक उराव बाबा कार्तिक उरांव की 100 वीं जन्म जयन्ति के उपलक्ष्य में जनजाति सुरक्षा मंच सागवाडा की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में धर्मांतरण का विरोध किया गया। साथ ही कहा कि जब तक डिलिस्टींग कानून नही बनाया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
जनजाति सुरक्षा मंच सागवाडा के संयोजक प्रेमचंद डामोर और गलियाकोट के संयोजक बलवीर अहारी ने कहा कि मंच धर्मान्तरित व्यक्तियों को एसटी की सूची से बाहर करने की मांग कर रहा है । उन्होंने ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव जनजाति समाज के अधिकारों की लड़ाई के अग्रदूत थे। बाबा कार्तिक उराव जीवन पर्यन्त जनजातीय समाज के हितो की रक्षा एवं संविधान प्रदत्त अधिकारों को लेकर संघषशील रहे।
डॉ. कार्तिक उरांव न केवल उनकी आवाज बने बल्कि सम्पूर्ण समाज के शैक्षणिक, सांस्कृतिक उत्थान के साथ-साथ सामाजिक न्याय की लडाई लडने के लिए अथक प्रयास किये। उन्होंने ने ही जनजाति समाज के साथ हो रहे धोखे को उजागर किया और समाज के हितों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर संसद तक सघर्ष किया।
उनका मानना था कि मतांतरित हुए जनजातीय लोग जो अपनी संस्कृति व परम्परा से कट कर विदेशी संस्कृति को अपना लेते है ऐसे में उन्हें आरक्षण का लाभ नही मिलना चाहिये ।
अब तक ऐसे चला आंदोलन
जिला मंडल अध्यक्ष धुलेश्वर डेंडोर ने बताया कि धर्मांतरण के ख़िलाफ़ 20 मार्च से 31 मार्च 2022 तक सासंद सम्पर्क अभियान में 335 लोकसभा एवं 107 राज्य सभा सासंदो से सम्पर्क किया। 18 जून 2023 राज्य स्तरीय महाराणा भोपाल स्टेडियम उदयपुर में हुंकार महारैली का आयोजन किया गया जिसमें 55810 महिला पुरूषो की भागीदारी रही।
पोस्ट कार्ड अभियान-डिलीस्टिंग कानून जल्द बने इस हेतु वर्तमान में माननीय प्रधानमंत्री के नाम पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें 51516 पोस्ट कार्ड लिखे जा चुके है 2697 गांवो से चलो दिल्ली अभियान – डिलीस्टिंग कानून हेतु आने वाले समय में पूरे देश भर से 607 जनजाति समाज से जनजाति प्रतिनिधि के प्रमुख दिल्ली ससंद का घेराव करने वाले है जिसकी तैयारी अभी से शुरू कर रहे है। जब तक डिलिस्टींग कानून नही बनाया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।