सागवाड़ा।दिगम्बर जैन समाज की ओर से पर्यूषण पर्व के तहत निकाली गई पालकियों को देखने श्रद्धालु उमड़ पड़े। दस लक्षण पर्व के तहत जैन समाज की ओर से अनूठे आयोजन के रूप में दो दिवसीय पालकियों का दौर बुधवार देर शाम से प्रारंभ हुआ। पालकियों में शास्त्र व प्रतिमाओं की यात्रा निकाली।
परम्परागत आयोजन पर सेठों के मंदिर, गांधियों के मंदिर तथा जूना जैन मंदिर से देर सायं नेजों, ताशे व मृदंग सहित पारम्परिक वाद्ययंत्रों के साथ सजी धजी पालकियां निकाली। सेठो के मंदिर से निकली पालकी पाश्र्वनाथ चौक होती हुई नई वाव पहुंच वापस मुड़ गई। पालकी में देव प्रतिमा के साथ शास्त्र रखे हुए थे। इसी दौरान गांधियों के मंदिर से एक ओर पालकी निकली। नई वाव से रवाना हुई सेठो के मंदिर से निकली पालकी का पाश्र्वनाथ चौक पर जयकारों के साथ गांधियों के मंदिर से निकली पालकी से मिलन हुआ। सेठों के मंदिर से पालकी की यात्रा मंदिर जाकर समाप्त हो गई तथा गांधियों के मंदिर की पालकी नई वाव पहुंची। इसी दौरान जूना मंदिर से भी एक ओर पालकी निकलकर पाश्र्वनाथ चौक पहुंची जहां नई वाव से रवाना हुई गांधियों के मंदिर की पालकी से मिलन हुआ।
मिलन के दौरान पालकियों के साथ चल रहे जैन समुदाय के लोग पाठ के साथ मंत्रोच्चार कर रहे थे। पालकियों का मिलन होते ही पाश्र्वनाथ चौक जयकारों के साथ गूंज उठा। युवा वर्ग पारम्परिक वैशभुषा एवं पगड़ी पहनकर पालकी को कान्धे पर उठाना आकर्षण का केन्द्र रहा। मिलन स्थल पर जैन समाज की ओर से आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की गई थी। गुरुवार देर शाम भी पालकियों की यात्रा निकाली।