सागवाड़ा/पादरड़ी बड़ी निवासी धर्मेंद्र व्यास (52) का बुधवार को सर्पदंश से निधन हो गया। पर्यावरण व जीव प्रेमी व्यास सांप पकड़ने और रेस्क्यू करने के लिए क्षेत्र में जाने जाते हैं। वे सुबह में उनकी पत्नी व बेटे के साथ खेतों में काम कर रहे थे, जहां उनके हाथ पर सांप ने काट लिया। स्वयं सांप व अन्य जीव जंतुओं की प्रजाति के जानकार व्यास को तुरंत पता चल गया कि बहुत ही विषैले प्रजाति के सांप ने उन्हें काटा है तो उनका बेटा कुणाल बिना समय गंवाए तुरंत सागवाड़ा अस्पताल ले गया।
इस बीच शरीर में जहर फेल गया और वे बेसुध हो गए। अस्पताल में डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने पीएम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया। उनके परिवार में पत्नी, एक बेटा व बेटी हैं। धर्मेंद्र व्यास को आसपास के गांवों के लोग सांप निकलते ही पकड़ने के लिए बुलाते थे। वह जहरीले और खतरनाक सांपों को बिना किसी हथियार के ही पकड़कर सुरक्षित जगह पर छोड़ने में माहिर थे। उन्होंने पिछले 10 सालों में एक हजार से ज्यादा सांपों को पकड़कर बचाया है। लेकिन वे खुद सर्प दंश के शिकार हो गए।