सागवाडा। नगरपालिका की ओर से शहर के तालाबों को जलकुंभी से मुक्त करने का काम शुरू हो गया है। शुरुआत मसानिया तालाब से की गई थी जिसकी सफ़ाई पूरी हो चुकी हैं। पालिकाध्यक्ष नरेंद्र खोडनिया ने बताया कि पहली बार नई तकनीक अपनाकर मशीन से गमलेश्वर और मसानिया तालाबों की सफाई कराई जा रही हैं।
खोडनिया ने बताया कि इसके तहत सबसे पहले मसानिया तालाब की सफाई की गई। शुक्रवार से गमलेश्वर तालाब में पसरी जलकुंभी और गंदगी को हटाया जाएगा। खोडनिया ने बताया कि तालाबों की सफाई में अबतक लाखों रुपये खर्च किये जा चुके है लेकिन बेहतर परिणाम सामने नहीं आए। शहरवासियों की डिविडिंग मशीन से तालाबों की सफाई की मांग थी, जिससे जलकुंभी जड़ से खत्म की जा सके।
जिसे देखते हुए डिविडिंग मशीन किराये पर उदयपुर से मँगवाई गई जो 10 घंटे काम करती हैं। मसानिया तालाब में क़रीब दस दिन में 9 हेक्टेयर क्षेत्र में मशीनें सफ़ाई करते हुए कचरा हटाया। यह मशीन जलकुंभी के साथ प्लास्टिक का कचरा भी समेट लेती है। उन्होंने बताया कि जल्द ही तालाब किनारे पर एकत्र किया कचरा भी यहां से हटा दिया जाएगा। खोडनिया ने बताया कि शहर के तालाबों के सौंदर्यीकरण का टेंडर भी हो चुका है और मुम्बई की फ़ॉर्म इन तालाबों की सौंदर्य का काम अगले माह से शुरू कर देंगी जिस पर क़रीब 19 करोड़ रुपया ख़र्च होना है।