बांसवाड़ा/फर्जी बीमा क्लेम गिरोह एक्टिव हो गया है। जिसमें मृत व्यक्ति की पॉलिसी बनाकर उसका क्लेम दलाल उठा रहे हैं। हाल ही में ताजा मामला सामने आया है। जिसमें इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें बताया कि कंपनी जिले की कई शाखाओं में प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के माध्यम से और व्यक्तिगत पॉलिसी के माध्यम से बैंक ऑफ बड़ौदा में खाताधारकों के जीवन को कवर कर रही है।
कंपनी की हाल ही में इंटरनल जांच में सामने आया कि कुछ स्थानीय दलालों ने पहले से मृत व्यक्ति की मृत्यु के संबंध में फर्जी दावे दर्ज कर बीमा कंपनी को धोखा दिया है। नामांकित व्यक्ति के खाते में भुगतान प्राप्त करने के बाद पूरे रुपए निकाल लिए। कुछ मामले ऐसे भी है कि नॉमिनी को दावा राशि से भी कम राशि दे रहे हैं।
मृतक के परिवार से संपर्क करते हैं आरोपी
कंपनी की ओर से दर्ज रिपोर्ट में बताया गया कि दलाल ऐसे व्यक्ति के परिवार से संपर्क करते थे जिसकी हाल ही में मृत्यु हो गई थी। उनका बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता हो। ये दलाल परिवार के सदस्यों के परिचित होते थे। उनसे मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं होने पर उन्हें रुपयों की लालच दे देते। इससे वो मृत्यु प्रमाण दे देते।
मृत व्यक्ति के खाते में प्रीमियम का भुगतान करने के बाद बीमा पॉलिसी खरीदते थे। नामांकित व्यक्ति के नाम से नया खाता खोलते थे। इसके चेक बुक और एटीएम भी अपने पास रखते। दावा प्रपत्र में उनके मोबाइल नम्बर और नामांकित व्यक्ति के नए बैंक खाते की डिटेल देते। दो महीने बाद नई तारीख में मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करते थे।
मृतक और नामांकित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र KYC दस्तावेज बीओबी की विभिन्न शाखाओं में जमा कराते। कंपनी के पास दस्तावेज आने के बाद उनके क्लेम को प्रोसेस किया जाता। दावे के निबटाने के बाद नॉमिनी के मोबाइल पर मैसेज जाता है, उसकी जानकारी के बिना ये दलाल सारी राशि निकाल लेते।
व्यक्तिगत पॉलिसी में नकली आधारकार्ड, किसी अन्य व्यक्ति का फोटो उपयोग में लेकर जो व्यक्ति है ही नहीं उसके नाम पॉलिसी ले लेते। नॉमिनी उसे बनाते जो अस्तित्व में हो। इसमें स्थानीय सरपंच की मदद से मृत्यु प्रमाण पत्र बना लिया।
इन केस से समझें कैसे किया फर्जीवाड़ा
कंठाव निवासी गटूलाल बुझ ने दावा दर्ज कराया था। पॉलिसी 13 जुलाई 2022 को जारी की गई। उसके पिता सवजी की मृत्यु हो गई। जिनका खाता बीओबी में था। दावा प्रपत्र में उसकी मौत 21-6-22 को हुई। जब कंपनी की टीम घर पहुंची तो उनके फोटो पर मृत्यु की तारीख 16-7-21 लिखी गई है।
पड़ौली गोरधन निवासी दावा पेश किया अपने भाई कारु निनामा की मौत के संबंध में दस्तावेज पेश किया उसमें मृत्यु 7-12-21 को हुई थी। घर पर तस्वीर और ग्रामीणों के अनुसार मौत 7-10-21 को होना सामने आया।