नई दिल्ली: भारतीय सेना को हाल ही में एक नया अनमैन्ड इलेक्ट्रिक ड्रोन “सबल 20” मिला है, जो दुश्मन से निपटने और अन्य सैन्य कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह ड्रोन विशेष रूप से ऊंचे इलाकों और कठिन स्थानों में सेना के लिए मददगार साबित होगा, जहां बड़े वाहन या ट्रक नहीं पहुंच सकते। सबल 20 को सेना के लॉजिस्टिक ऑपरेशनों को बेहतर बनाने और मैनपावर की बचत करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके जरिए आपदा राहत कार्यों में भी सहायता मिल सकेगी।
यह ड्रोन 20 किलोग्राम तक का वजन उठा सकता है और लंबी उड़ान भरने में सक्षम है। इसकी डिजाइन को चिनूक हेलिकॉप्टर से प्रेरित किया गया है, जो इसे उच्च स्थिरता और सटीक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में।
ड्रोन में टर्बुलेंस का जोखिम कम होता है, जिससे यह किसी भी तरह की भौगोलिक परिस्थितियों में सामान की डिलीवरी करने के लिए उपयुक्त है। सबल 20 में वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग की तकनीक है, जिससे यह कम जगह में भी उड़ान भर सकता है।
इसका RPM (रोटेशन प्रति मिनट) कम होने के कारण यह बहुत कम शोर करता है, जिससे दुश्मन को इसकी मौजूदगी का पता नहीं चलता। यह ड्रोन सेना के लिए गुपचुप तरीके से हथियार, दवाइयाँ, रसद और अन्य सामग्री को दुर्गम स्थानों पर पहुंचाने का काम करेगा।
इस ड्रोन के आने से भारतीय सेना के ऑपरेशन्स की गति और प्रभावशीलता बढ़ेगी, और यह कठिन इलाकों में सेना की तैनाती को और भी प्रभावी बना सकेगा।