– खडगदा में मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीईओ व एडीएम ने देखी व्यवस्था
सागवाड़ा/ क्षेत्र की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली मोरन नदी की सफ़ाई को लेकर खडगदा गांव में शुरू हुई रामकथा के पांचवें दिन कथा को संबोधित करते हुए रामकथा वाचक कमलेश भाई शास्त्री ने कहा कि कोई व्यक्ति नदी को पवित्र नहीं कर सकता है। नदियों ने समाजों को पवित्र किया है।
नदी के संवर्धन और संरक्षण के काम के लिये खड़गदा को निमित्त बनाया। खड़गदा की धरती को हमने केंद्र बिंदु बनाया बाकी हमारा उद्देश्य पूरे वागड़ विस्तार का है। भीतर की पीड़ा की डूंगरपुर वागड़ के इस क्षेत्र को इतना बड़ा जल संबल कब मिेलेगा। कथा के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रित जन शक्ति मंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक हुईं। बैठक को संबोधित करते हुए कथावाचक कमलेश भाई शास्त्री ने कहा कि यह कार्यक्रम नही यह काम है जो वागड़ को नई दिशा देगा।
सामाजिक समरसता के लिए व्यास पीठ लंबे समय से प्रयासरत है। विवेक भट्ट ने कहा कि यह 4 जनवरी को वागड़ के लिये बड़ा दिन होगा। जब हमारे बीच मुख्यमंत्री और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री हमारे बीच होंगे। खडगदा गांव से सामाजिक समरसता के वाहक कमलेश भाई शास्त्री के सानिध्य में शुरू किया गया अभियान अब जनआंदोलन बनने जा रहे हैं। विधायक शंकरलाल डेचा ने कहा कि कमलेश भाई शास्त्री वागड़ में जल के लिये महाअभियान चला रहे हैं। हमारे यहां पानी की समस्या है और इस रामकथा से हमें लाभ मिलेगा।
यह वागड़ के सर्व समाज का काम हैं। भाजपा ज़िलाध्यक्ष हरीश पाटीदार ने कहा कि जो काम सत्ता पक्ष को करना था वो धर्मपीठ कर रही हैं। यही कारण है कि यह काम जन आंदोलन बन गया हैं। वागड़ में जो संसाधन हैं उसी से काम करना होगा। पूर्व मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय ने कहा कि यह बड़ा मौका है। इसका उपयोग हमे लेना होगा। डूंगरपुर में पानी को लेकर समस्या है। काम करने की आवश्यकता है। संचालन चंद्रेश व्यास ने किया।
बैठक में पूर्व मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीय, विधायक शंकरलाल डेचा, जिला प्रमुख सुर्या अहारी, पूर्व विधायक अनिता कटारा, भाजपा ज़िलाध्यक्ष हरीश पाटीदार, प्रधान ईश्वर सरपोटा, प्रदीप गमोट, बलवीर अहारी, वमासा गौशाला से विरेंद्र जी, अशोक सुथार, रामकथा आयोजन समिति के अध्यक्ष ईश्वरचन्द्र भट्ट, कोषाध्यक्ष डा. विजय जोशी, डॉ रमेश भट्ट, ललित पंचाल मौजूद रहे।