सागवाड़ा। नगर के गलियाकोट मोड़ से जोगपुर तक हाल ही में बनी मुख्य डामर सड़क पहली ही बारिश में जगह- जगह से उखड़ने लगी है। कुल 9 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत से बने इस निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर अब सवाल खड़े हो गए हैं। राजकीय महाविद्यालय के पास तो कई स्थानों पर डामर पूरी तरह से उखड़ चुका है और नीचे से मिट्टी बाहर आ रही है, जिससे सड़क की परतें खुलने लगी हैं।
स्थानीय लोगो और राहगीरों ने घटिया निर्माण कार्य को लेकर नाराजगी जाहिर की है। सड़क के हालात देखकर साफ प्रतीत होता है कि मानकों की अनदेखी कर निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है।
इस संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता माधव जोरवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह डामर सड़क जोगपुर से गलियाकोट मोड़ तक कुल 11 किलोमीटर लंबी होनी है, जिसमें से अब तक लगभग 10 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 1 किलोमीटर का कार्य शेष है।
उन्होंने बताया कि अभी तक ठेकेदार को केवल 3 करोड़ 63 लाख रुपये का ही भुगतान किया गया है। शेष राशि का भुगतान कार्य की गुणवत्ता की जाँच व मरम्मत के बाद ही किया जाएगा। साथ ही संबंधित फर्म को मौखिक चेतावनी के साथ नोटिस भी भेजा जा रहा है ताकि शेष कार्य गुणवत्तायुक्त तरीके से पूर्ण हो।
जोरवाल ने यह भी बताया कि गलियाकोट मोड़ से पुनर्वास कॉलोनी सीनियर स्कूल तक का शेष 1 किलोमीटर हिस्सा जलदाय विभाग की मुख्य पाइपलाइन के कारण रुका हुआ था। अब जलदाय विभाग द्वारा वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। जैसे ही पाइपलाइन हटेगी, शेष सड़क का कार्य भी जल्द शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही सड़क में जहाँ-जहाँ पेचवर्क की आवश्यकता है, वहाँ उसकी मरम्मत भी की जाएगी।
इस पूरी स्थिति ने एक बार फिर सरकारी निर्माण कार्यों की निगरानी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की आवश्यकता को उजागर कर दिया है।