सागवाड़ा। आधार कार्ड अब हर सरकारी व गैर-सरकारी कार्य के लिए आवश्यक दस्तावेज बन चुका है। लेकिन शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में आधार केंद्रों की कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
नियमों के अनुसार आधार केंद्र सरकारी तयशुदा स्थानों पर चलने चाहिए, ताकि जनता को पारदर्शी व्यवस्था मिल सके। मगर हकीकत इसके उलट है। कई स्थानों पर ऑपरेटर अपनी निजी दुकानों या मकानों में आधार केंद्र संचालित कर रहे हैं। इतना ही नहीं, वे निर्धारित शुल्क के बजाय मनमाने पैसे वसूल रहे हैं।
ग़रीब व ग्रामीण जनता को अपना आधार अपडेट कराने के लिए लंबी कतारों में लगने के साथ-साथ अतिरिक्त राशि भी चुकानी पड़ रही है। इस लापरवाही और मनमानी से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जनता की मांग है कि प्रशासन इस पर शीघ्र कार्रवाई करे, ताकि आधार केंद्र सिर्फ निर्धारित स्थानों पर ही संचालित हों और शुल्क भी तय दरों पर लिया जाए।
					
		