सागवाड़ा। नगर के जैन समाज के दसलक्षण पर्व के समापन पर सकल दिगंबर जैन समाज के संयोजन में दो दिवसीय रथोत्सव का आयोजन किया गया। मंगलवार देर शाम पारम्परिक दो रथों के मिलन का भव्य दृश्य देखने के लिए नगर सहित आसपास क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े।
सुबह में आदिनाथ दिगंबर जैन जूना मंदिर से प्राचीन काष्ठ निर्मित कलात्मक रथ में पारसनाथ भगवान व चौबीसी भगवान की प्रतिमाएं स्थापित की गईं। वहीं आदिनाथ दिगंबर जैन गांधियों के मंदिर के प्राचीन रथ में आदिनाथ भगवान व 24 तीर्थंकर भगवान की प्रतिमाएं विराजमान कराई गईं। सुबह 5:30 बजे दोनों रथ अलग-अलग रथगाड़ियों पर नगर भ्रमण के लिए रवाना हुए।
श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के बाहर समाजजनों ने रथों के सम्मुख शांतिनाथ विधान किया। इसके बाद दोपहर में दोनों रथ एक के बाद एक पारसनाथ चौक पहुंचे, जहां श्रद्धालुओं ने उल्लासपूर्वक गैर नृत्य किया।
शाम को दोनों रथ मसानिया तालाब पहुंचे, जहां भगवान की प्रतिमाओं का पूजन हुआ और रथ मिलन का मनोहारी दृश्य देखने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसके बाद रथ मोचीवाड़ा, मांडवी चौक होते हुए गणपति गंडेरी चौक पहुंचे। यहां आदिनाथ भगवान व पारसनाथ भगवान की आरती उतारी गई और समाजजनों ने गैर खेली। विधिविधान के साथ
मध्यरात्रि को गांधियों के मंदिर का रथ भंडारण किया गया और तड़के जूना मंदिर के रथ भंडारण के साथ रथोत्सव सम्पन्न हुआ।