Banswara Latest News : बांसवाड़ा जिला कोष कार्यालय में हुए 5 करोड़ 23 लाख 88 हजार 511 के घोटाला मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि घोटाले का मास्टरमांइड स्टांप वेंडर आशीष जैन था, वह 80 प्रतिशत राशि खुद रखता था, जबकि 20 प्रतिशत हिस्सा राशि सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायण को देता था।
स्टांप वेंडर जैन ने सहयोगी यादव को कार भी गिफ्ट की थी। साथ ही यादव के मकान निर्माण के दौरान भी आर्थिक मदद दी थी। वहीं जैन के पास करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी होने के भी पुख्ता प्रमाण पुलिस को मिले हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में ही खांदू कॉलोनी निवासी स्टांप वेंडर आशीष जैन ने स्वीकार कर लिया कि यह घोटाला उसने सहायक प्रशासनिक अधिकारी नारायण लाल यादव के जरिए किया।
वह स्वयं इसका मास्टर माइंड है। इस मामले में एक के बाद एक परत खुलती जा रही हैं। कोष कार्यालय से स्टांप लेने के बाद वेंडर आशीष जैन इन्हें बेचकर राशि अपने पास ही रखता था। अब पुलिस भी मानती है कि जैन इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड है।
8 साल से चल रहा था घोटाला
वर्ष 2016 से ही यह घोटाला चल रहा था। कुछ वर्ष पहले नारायण यादव ने एक मकान बनाया। इस मकान को बनाने में आरोपी वेंडर ने इसकी मदद की है। मकान बनाने के दौरान जमकर कोष कार्यालय से स्टांप निकाले गए और जैन ने इसके बदले घर बनाने में रुपए संबंधित पूरी मदद की।
पुलिस जब इस मामले की परतें खोलने में लगी तो कार के बारे में पता चला। ऐसे में पुलिस ने कार को जब्त कर लिया। इसके बाद दस्तावेज की जांच किए शुरू हुई तो तो पता चला कि कार वेंडर आशीष के नाम पर ही है।