सागवाड़ा। नगर क्षेत्र के लोगों को पीने के पानी की दुविधा नहीं झेलनी पड़े इसके लिए जलदाय विभाग के अधिकारी और कार्मिक दिन-रात व्यवस्था में जुटे हुए हैं। यहां तक की नगर क्षेत्र के तालाबों के आसपास के कुएं जिसमें शुद्ध पीने योग्य पानी है उसे मोटर से जोड़कर उन कुएं के पानी को टंकी तक पहुंचाने के लिए रात-रात भर काम कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसारजलदाय विभाग की टीम पानी के लिए 72 घंटे काम कर रही है। नगर क्षेत्र के लोहारिया तालाब के पेटे और आसपास कई समाजों के पुराने कुएं बने हुए हैं। इसी तरह मसानिया तालाब और इसके आसपास भी कई समाजों के पुराने कुएं बने हुए। तालाब पेटे और तालाब के आसपास कुएं – बावड़ियां होने से इनमें अभी भी काफी सारा पानी है।
जिसे जलदाय विभाग की टीम द्वारा जांच कर पीने योग्य पानी होने पर उसे पेयजल सप्लाई की टंकियां से जोड़कर पानी टंकियां में भरकर नगर वासियों के लिए पेयजल की व्यवस्था की जा रही है। यूं तो नगर क्षेत्र के लोगो के लिए 28 लाख लीटर पानी रोज चाहिए लेकिन फिलहाल पानी के मुख्य स्रोत लोडेश्वर बांध में पानी नहीं होने से विभाग व प्रशासन ने 72 घंटे में एकबार सप्लाई की व्यवस्था की है।
सागवाड़ा शहर की आबादी करीब 45,200 है। जिसमे कुल उपभोक्ता 5800 हैं। जिनके लिए पानी की सप्लाई करीब 28 लाख लीटर प्रति दिन चाहिए, लेकिन फिलहाल तीन दिन में एकबार पानी दिया जा रहा है। औसत प्रति व्यक्ति 70 लीटर पानी प्रति दिन चाहिए। वर्तमान में नगरवासियों के पेयजल की चिंता करते हुए व्यवस्था में पूरा महकमा रात दिन जुटा हुआ है।
एक नज़र
– मसानिया तालाब से पुनर्वास कॉलोनी ओर इंदिरा कॉलोनी में मसानिया तालाब से नई पाइप लाइन डालकर 20 साल पुरानी लाइन से जोड़कर मसानिया तालाब का पानी पुनर्वास कॉलोनी ले गए।
– गामठवाड़ा में 2 ट्यूबवेल चालू कर पाइप लाइन नई बिछा कर टंकी भरना का कार्य शुरू हुआ।
– कुडारवाडा में माली की बावड़ी से निजी कुआ लेकर भागा डूंगरा ओर नाथमलजी की पोल के 100 घरों को पानी दिया जा रहा है
72 घंटे ये टीम कर रही काम
जगदीश पाटीदार, सहायक अभियंता
भूपेश पाटीदार, कनिष्ठ अभियंता
लक्ष्मण भागरिया, फीटर लाला मकवाना, पंप ड्राइवर राजू पवार, धर्मेन्द्र माली, धनेश्वर रोत, सहायक कांतिलाल खांट, शेलेन्द्र अहारी, सुमित,
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