सागवाड़ा। प्राइवेट बस स्टैंड क्षेत्र में पार्क के लिए छोड़ी गई जमीन के पास रोड़ की तरफ सार्वजनिक प्याऊ बनाने से उपजे विवाद पर नगर पालिका प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की। बाद में आवाजाही में किसी प्रकार का अवरोध न हो इस तरह छोटा प्याऊ बनाने पर सहमति बनी।
जानकारी के अनुसार प्राइवेट बस स्टैंड के पास कडाणा विभाग द्वारा 100 गुणा 150 का भूखंड पार्क के लिए आरक्षित रखा है। कुछ समय पहले नगर पालिका ने सड़क पर वाहन खड़े करने वाले निजी वाहन चालकों को पार्क की आरक्षित जमीन पर वाहन खड़े करने के लिए अस्थाई तौर पर व्यवस्था की थी।
सोमवार को इस भूखंड के काैने पर रोड़ की तरफ भामाशाह एक निजी स्कूल के संचालकों द्वारा सार्वजनिक प्याऊ बनाने के लिए भूमि पूजन किया जा रहा था। जिस पर निजी वाहनों के स्टैंड के रूप में इस जगह का उपयोग करने वाले वाहन संचालक आने-जाने का मुख्य मार्ग होना बताते हुए इसका विरोध करने लगे। साथ ही निजी बस स्टैंड के लिए स्थाई जगह उपलब्ध कराने की मांग भी करने लगे।
जानकारी मिलने पर पालिकाध्यक्ष नरेंद्र खोड़निया मौके पर पहुंचे और पार्क की जमीन होने का हवाला देते हुए वाहन चालकों को किसी तरह का विरोध नहीं करने को कहा। जिस पर निजी वाहन चालक आक्रोशित हो गए और अपने वाहन खड़े करने व निजी वाहन स्टैंड के लिए नई जगह की मांग करने लगे। मामला बढ़ता देख नगर पालिका ईओ लालशंकर बलाई समेत पालिका का स्टाफ और पुलिस मौके पर पहुंची।
उन्होंने दोनों पक्षों की बात सुनते हुए वाहन चालकों को पार्क के लिए आरक्षित अस्थाई स्टैंड पर आने जाने की जगह को छोड़ते हुए सार्वजनिक प्याऊ बनाने की बात कही। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने कहा कि प्याऊ सार्वजनिक उपयोग के लिए बनाया जा रहा है। निजी स्कूल की संचालक नताशा त्यागी द्वारा अपने पति सुदेश त्यागी की स्मृति में प्याऊ बनवाया जा रहा है।
उन्होंने इस हिस्से में शहर व ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों की आवाजाही ज्यादा रहने और यहां पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं होने से सार्वजनिक प्याऊ बनाने के लिए इस जगह को उपयुक्त होने से चुना है। पालिका प्रशासन ने प्याऊ बनने से आवाजाही प्रभावित न हो इसका ध्यान रखने की बात कही।