Rajasthan Innovation News: राजस्थान के वागड़ में चिखली कस्बे का होनहार युवा चयन पंड्या ने तकनीकी क्षेत्र में ऐसा आविष्कार किया है जो न केवल चौंकाने वाला है बल्कि प्रेरणादायक भी है। उन्होंने 5 साल की मेहनत से मात्र साढ़े तीन इंच का एक मिनी कंप्यूटर बनाया है, जिसे ‘पॉकेट जीनियस प्रो’ नाम दिया गया है। इसका वजन मात्र 150 से 180 ग्राम तक है। इसमें आठ जीबी रैम, 256 जीबी से एक टीबी तक एसएसडी है। इस मिनी कम्प्यूटर से माउस, मॉनिटर, की-बोर्ड भी अटैच किए जा सकते हैं।
पॉकेट जीनियस प्रो की खासियतें:
- आकार और वजन:
- सिर्फ 3.5 इंच का छोटा साइज।
- वजन: 150-180 ग्राम।
- हार्डवेयर फीचर्स:
- 8 जीबी रैम।
- स्टोरेज: 256 जीबी से 1 टीबी तक की एसएसडी।
- कनेक्टिविटी:
- मॉनिटर, माउस और कीबोर्ड को अटैच करने की सुविधा।
- सॉफ्टवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम:
- विंडोज़ 11 प्रो पर आधारित।
- क्रोम, यूट्यूब, एमएस ऑफिस, जीमेल जैसे सॉफ़्टवेयर का सपोर्ट।
- एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग।
- कीमत:
- मात्र ₹27,000 से ₹29,000
आइडिया कैसे आया?
चयन पंड्या ने 10 साल की उम्र में अपने पिता से एक लैपटॉप उपहार में पाया था। खेतों और अन्य जगहों पर लैपटॉप ले जाना कठिन था, जिससे उन्हें पोर्टेबल पॉकेट कंप्यूटर बनाने का विचार आया।
बचपन से तकनीकी रुचि
चयन को बचपन से ही गैजेट्स का शौक था। उन्होंने टीवी और यूट्यूब से सर्किट बनाना सीखा। उनके पिता ने उनकी रुचि को देखते हुए विज्ञान और तकनीकी से जुड़ी किताबें और उपकरण दिए, जिससे उनका जुनून और बढ़ा।
पेटेंट प्रक्रिया शुरू
चयन ने अपने इस आविष्कार के लिए पेटेंट करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले वे पवन चक्की, सौर ऊर्जा बल्ब, पावर बैंक और दुनिया का सबसे छोटा माइक्रोफोन जैसे प्रोजेक्ट बना चुके हैं।
नवाचार का संदेश
‘पॉकेट जीनियस प्रो’ जैसे आविष्कार यह साबित करते हैं कि प्रतिभा किसी भी संसाधन या स्थान की मोहताज नहीं होती। चयन पंड्या की यह उपलब्धि युवाओं को प्रेरित करने के साथ-साथ भारत के तकनीकी क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करती है।