डूंगरपुर/डूंगरपुर जिला विगत 5-6 माह से अवैध शराब तस्करी का गढ़ बन चुका है। डूंगरपुर-सीमलवाड़ा स्टेट हाईवे न. 54 एवं साबला-सागवाड़ा-चितरी-कुआ से पुनावाड़ा बॉर्डर पर रोजाना 20-25 छोटी गाड़ियों जैसे इनोवा, स्कॉर्पियो, फॉरच्यूनर, स्विफ्ट आदि के माध्यम से हरियाणा एवं राजस्थान ब्रांड की अंग्रेजी शराब की तस्करी जोरों पर है।
इस गंभीर समस्या के चलते सांसद राजकुमार रोत ने मुख्यमंत्री महोदय से इस विषय पर तुरंत ध्यान देने की मांग की है। सांसद रोत ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में यह बताया है कि यह तस्करी पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर की जा रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शराब तस्करों की राह आसान करने के लिए 2-3 पुलिस कॉन्स्टेबल नियुक्त किए गए हैं, जो सिर्फ तस्करों के साथ घूमने और वसूली कर उच्चाधिकारियों को पैसे देने का ही काम करते हैं। पुलिस की शराब तस्करों के साथ लिप्तता अब जिले की आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन चुकी है।
सांसद राजकुमार रोत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल जी शर्मा को यह भी अवगत कराया है कि इन गतिविधियों के चलते डूंगरपुर-सीमलवाड़ा स्टेट हाईवे पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, उन्होंने कहा कि पुलिस की उदासीनता और तस्करों के साथ उनकी मिलीभगत से आम जनता बेहद परेशान है, लेकिन लेकिन इससे प्रभावित स्थानीय लोग इसके खिलाफ आवाज उठाने में असमर्थ महसुस कर रहे हैं।
सांसद रोत ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले की गहन जांच कराएं और इसमें लिप्त पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने यह भी मांग की है कि अवैध शराब तस्करी को तत्काल प्रभाव से बंद करवाया जाए ताकि जिले में कानून व्यवस्था स्थापित हो सके और जनता को इस गंभीर समस्या से निजात मिल सके।
सांसद राजकुमार रोत का यह कदम जिले की जनता के लिए एक बड़ी राहत का कारण बन सकता है। जनता को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस मामले में सख्त कदम उठाएंगे और डूंगरपुर जिले को अवैध शराब तस्करी के चंगुल से मुक्त करेंगे।
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