Dungarpur News: डूंगरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले एक माह से एक्स-रे और सीबीसी मशीन बंद पड़ी हैं। मरीजों को जांच के लिए निजी लैब का सहारा लेना पड़ रहा है।
मौसमी बीमारियों के बढ़ने से रोजाना 200 से ज्यादा मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। लेकिन जांच सुविधा न होने से उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। पुराने शहर की 30 हजार की आबादी के लिए यही एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है।
यहां एक्स-रे और सीबीसी मशीन के अलावा 29 तरह की जांच सुविधाएं उपलब्ध थीं। इनमें पैथोलॉजी की 9, बायोकेमिस्ट्री की 10, माइक्रो बायोलॉजी की 4, यूरिन की 2, मल, रेडियोलॉजी और हृदय से जुड़ी एक-एक जांच शामिल थी। लेकिन अब सिर्फ शुगर, एचबी की जांच हो रही है।
बंद पड़ी मशीन को ठीक करवाकर शुरू करवाया जाएगा,खेड़ा कच्छवासा से एक डॉक्टर भी लगाया है। जल्द ही अन्य रिक्त पदों को डॉक्टरों पदों भरा जाएगा। -डॉॅ. अलंकार गुप्ता, सीएमएचओ डूंगरपुर। यूटीबी डॉक्टर के भरोसे चल रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टरों की भारी कमी है।
पिछले दो साल से गायनिक, एमबीबीएस, पीडियाट्रिक और चर्म रोग विशेषज्ञ के पद खाली हैं। पूरा अस्पताल सिर्फ एक यूटीबी डॉक्टर और स्टाफ के भरोसे चल रहा है। डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को जांच के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। अस्पताल में 29 तरह की जांच सुविधाओं के बोर्ड लगे हैं, लेकिन इनमें से कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है।
