सागवाड़ा पुलिस ने सोशल मीडिया पर भ्रामक और झूठी जानकारी फैलाने के आरोप में 24 वर्षीय युवक भावेश अहारी को गिरफ्तार किया है।
भ्रामक रील से भड़का विवाद
जानकारी के अनुसार, 13 मार्च को जील अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की घटना का वीडियो बनाकर भावेश ने इंस्टाग्राम पर एक भ्रामक रील पोस्ट की थी। आरोप है कि उसने इस घटना में एक विशेष समाज का नाम जोड़कर उन्हें जिम्मेदार ठहराया, जिससे पाटीदार समाज में रोष फैल गया।
शिकायत के बाद तुरंत कार्रवाई
पाटीदार युवा सेवा समिति के जिलाध्यक्ष दिनेश पाटीदार की शिकायत पर सागवाड़ा थानाधिकारी मदनलाल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एसआई लक्ष्मीलाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की। टीम में कॉन्स्टेबल रोहित सिंह, घनश्याम सिंह, विपिन पाटीदार और प्रहलाद सिंह शामिल थे।
पुलिस टीम ने जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, मामले की गहन जांच की जा रही है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि सोशल मीडिया पर कोई भी जानकारी साझा करने से पहले उसकी सत्यता की जांच अवश्य करें, ताकि समाज में गलतफहमी और विवाद से बचा जा सके।
